मजेदार छोटी कहानियां
मजेदार छोटी कहानियां
 


छोटी छोटी कहानियां&मजेदार छोटी कहानियां

 

शेर और लोमड़ी की कहानी-मजेदार छोटी कहानियां

एक समय की बात है जहाँ एक घने जंगल में एक बहुत ही भयंकर शेर रहता था। वह शेर जंगल का सर्वश्रेष्ठ और सबसे ताकतवर जानवर था। वह हमेशा जंगल के राजा की तरह राज करता था और सभी जानवर उसके सामने डर के मारे रहते थे।

 

एक दिन, उस जंगल में एक लोमड़ी आई। वह बहुत ही चालाक और होशियार थी। वह शेर के भय को देखकर भी डर के बजाय उसके सामने से गुजरती रहती थी। लेकिन उसमें एक नई चुनौती का इरादा था।

 

एक दिन, जंगल में एक बड़ा भूखा शेर देखा। शेर बहुत भूखा था और उसका पेट गुट रहा था। वह तुरंत ही शिकार की तलाश में निकल पड़ा। लोमड़ी ने इस अवस्था का फायदा उठाते हुए एक योजना बनाई।

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लोमड़ी ने जंगल के अन्य जानवरों से मिलकर एक समझौता किया। उसने उनसे कहा, "हमें इस भयंकर शेर को हराना है। हम सभी मिलकर उसके सामने एक साथ आना और हमें उसके सामने इतनी भयंकर भीतर में घुसना है कि उसका भरोसा उठ जाए।"

 

सभी जानवर सहमति दे दिए और उन्होंने अपनी योजना शुरू की। लोमड़ी ने शेर को पहले दिन दिखावा किया और उसकी ध्यान भटकाया। जब शेर उसकी ओर देखने के लिए बढ़ा, उसने तुरंत ही जंगल के अन्य जानवरों के साथ शेर की गुफा में घुसकर उसे बंद कर दिया।

 

शेर हैरान होकर पूछता है, "तुम यह कैसे कर सकते हो? मुझे डर कैसे नहीं लगता?"

 

लोमड़ी हँसते हुए जवाब देती है, "शेर हो ना, शेर का आतंक हम जानवरों में नहीं फैलाता, बल्कि हमारी शक्ति और एकता में है। हम सभी मिलकर किसी भी मुश्किल का सामना कर सकते हैं।"

 

शेर ने उस दिन सीखा कि भलाई के लिए अगर जानवर सामूहिक रूप से मिल जाएं, तो कोई भी मुश्किल हो। उसने इस अनुभव से यह भी सिखा कि डर केवल मन में होता है, जब तक आप सामना नहीं करते। इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि एकता और सामूहिकता में अत्यधिक शक्ति होती है।

 

 

किसान और नेवले की कहानी-मजेदार छोटी कहानियां

 बहुत समय पहले की बात है, एक गांव में एक किसान रहता था। वह किसान कितनी भी मेहनत करता, उसकी कठिनाइयाँ कभी कम नहीं होती थीं। एक बार, उसने अपनी खेती में नेवला (एक प्रकार का सांप) देखा। नेवला उसकी खेती की फसल को नुकसान पहुँचा रहा था।

 

किसान बहुत परेशान हो गया और सोचने लगा कि कैसे इस नेवले से छुटकारा पाया जा सकता है। उसने बहुत सोच-समझ कर एक योजना बनाई।

 

किसान ने अपनी खेत में एक बड़ा सा घेरा बनवाया और उसके अंदर एक सुन्दर सा घर बनवाया। फिर उसने अपने गांव के लोगों से प्रेरित करके नेवले को उस घर में बुलवाया। जब नेवला घर में पहुँचा, तो देखकर हैरान होकर पूछा, "तुम मुझे यहाँ क्यों बुलाये हो? क्या तुम मुझसे डरते नहीं?"

 

किसान हँसते हुए जवाब दिया, "नहीं, मैं तुमसे डरता नहीं। बल्कि मैं तुमसे दोस्ती करना चाहता हूँ। तुम मेरे साथ इस घर में रह सकते हो और मैं तुम्हें खाने की चीज़ें दूँगा। इसके बदले में, तुम मेरी मदद करोगे और मेरी खेती की रक्षा करोगे।"

 

नेवला थोड़ी देर सोचते हुए समझा कि यह प्रस्ताव काफी सही है। उसने किसान की बात मानी और उनकी मदद करने लगा।

 

समय के साथ, किसान और नेवला अच्छे दोस्त बन गए। नेवला ने किसान की खेती की रक्षा की और उसके साथ रहकर उसकी मदद की। इस प्रकार, नेवला और किसान की दोस्ती ने उनकी खेती को सुरक्षित रखा और उनके जीवन को सजीव किया।

 

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि समस्याओं का समाधान सहयोग और मित्रता में छुपा हो सकता है। जब हम एक-दूसरे की मदद करते हैं और साथ मिलकर काम करते हैं, तो हम किसी भी मुश्किल को पार कर सकते हैं।

 

 

एक ईमानदार लड़के की कहानी-मजेदार छोटी कहानियां

 बहुत समय पहले की बात है, एक छोटे से गांव में एक ईमानदार और समझदार लड़का रहता था। उसका नाम राजू था। वह बहुत ही ईमानदार और मेहनती था। वह हमेशा सच का सामना करता था और कभी भी झूठ नहीं बोलता था।

 

राजू का पिताजी एक छोटे से दुकानदार थे। वह अपने पिताजी की मदद करने में विशेषज्ञ था। एक दिन, गांव में एक अमीर व्यापारी आया और उसने दुकान से महंगे सामान को सस्ते में खरीद लिया। अमीर व्यापारी ने राजू से कहा, "तुम जो चाहोगे, उसका दोगुना मूनाफा मैं तुम्हें दूंगा।"

 

राजू ने ठीक जानकारी प्राप्त की और फिर वह व्यापारी को सब कुछ सस्ते में बेच दिया। व्यापारी ने हैरान होकर पूछा, "तुमने मुझे ज्यादा मूनाफा क्यों नहीं लिया?"

 

राजू मुस्कुराते हुए जवाब दिया, "मैं सच बोलना पसंद करता हूँ और ईमानदारी से काम करने की आदत डाली है। जिस प्रकार मैं अपने परिवार के साथ ईमानदारी से रहता हूँ, वैसे ही व्यापार में भी सच्चाई और ईमानदारी से काम करता हूँ।"

 

व्यापारी ने राजू की ईमानदारी को देखकर बहुत प्रशंसा की और उसे अपने साथ अधिक समय तक काम करने का प्रस्ताव दिया।

 

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि हमेशा सचाई, ईमानदारी, और मेहनत से जीवन जीना चाहिए। ईमानदारी और निष्ठा से काम करने से हमेशा सफलता मिलती है और दूसरे लोग भी हमें सम्मान देते हैं।

 


राजा और सिपाही  की कहानी-मजेदार छोटी कहानियां

 बहुत समय पहले की बात है, एक समृद्ध राजा एक बड़ी सेना के साथ अपने राज्य की सुरक्षा में लगा रहता था। उसके सेना में एक बहादुर सिपाही भी था, जिसका नाम वीरू था। वह राजा की सेना में सबसे विश्वासी और निष्ठावान सिपाही था।

 

एक दिन, राजा अपने राज्य में शांति और सद्गति की तरह सबको सुख-शांति से जीने की इच्छा रखता था। लेकिन उसके पड़ोसी राज्य में एक दुर्भग्यपूर्ण स्थिति उत्पन्न हुई। वहाँ के राजा अपने लोगों को बेहद अत्याचारी रूप में व्यवहार कर रहे थे। उनकी दुर्बलता का अद्यतन करके, उस राजा ने संज्ञान में लेते हुए वीरू से जानकारी प्राप्त की।

 

वीरू, जो अपने राजा की सेवा में निष्ठावानी से जुटा हुआ था, राजा के पास गया और उनसे आग्रह किया कि उन्हें उस पड़ोसी राजा के खिलाफ युद्ध करने का अवसर दें। राजा, जो सच्चे और ईमानदार सिपाही की निष्ठावानी को समझते हुए, उसे अगले महीने युद्ध के लिए तैयारी करने की अनुमति दी।

 

युद्ध का दिन आया। वीरू, अपने राजा के नेतृत्व में, उस पड़ोसी राजा के सामने अद्वितीय बहादुरी और वीरता से उतरा। युद्ध में वीरू ने विचारशीलता और निपुणता से शत्रु की सेना को पराजित किया।

 

युद्ध के बाद, वीरू ने उस राजा को गिरफ्तार किया और उसके अत्याचारी शासन का अंत किया। राजा, जिसने सच्चे सिपाही की विश्वासयोग्यता में विश्वास रखते हुए उसे इस दुर्भग्यपूर्ण स्थिति से निकाला, ने उसे अपना मंत्री बना दिया।

 

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि सच्चे और निष्ठावान सिपाही की बहादुरी और समर्पण ही समस्याओं को पराजित कर सकते हैं। विश्वास, साहस और सच्चाई की प्रेरणा से जीवन में सफलता प्राप्त की जा सकती है।

 


उल्लू  की कहानी-

 यह कहानी एक समय की है, जब एक जंगल में एक बड़ी ही बुद्धिमान उल्लू रहता था। वह जंगल के सबसे बुद्धिमान पक्षी था और उसकी समझदारी की चर्चा पूरे जंगल में थी। एक दिन, जंगल में एक नया जानवर आया। वह नया जानवर बहुत ही बच्चा था और बहुत ही नादान।

 

उस नए जानवर ने उल्लू से पूछा, "आप इतने बुद्धिमान कैसे हो? मुझे भी आपकी तरह बुद्धिमान बनना है।" उल्लू मुस्कराया और उसने कहाँ, "बुद्धिमान बनने के लिए तुम्हें हमेशा सीखने के लिए तैयार रहना पड़ेगा। तुम्हें जंगल की जानकारी होनी चाहिए और सभी प्रश्नों का उत्तर जानना चाहिए।"

 

उल्लू ने फिर नए जानवर से कहाँ, "मैं तुम्हें कुछ कहानियाँ सुना सकता हूँ, जिनसे तुम्हें कुछ सिखने को मिलेगा।" और उल्लू ने उसे जंगल के जीवन के बारे में विशेष रूप से सिखाया। उल्लू ने बताया कि कैसे वह रात में चालू होता है, कैसे वह अपनी शक्तियों का सही तरीके से उपयोग करता है, और कैसे वह दुश्मनों से बचने के लिए सावधान रहता है।

 

नये जानवर ने उल्लू की सिखाई हुई बातों को ध्यान से सुना और उसने उल्लू की बातों को अपनाया। धीरे-धीरे, वह भी जंगल के माहौल को समझने लगा और उसकी बुद्धिमानी बढ़ती गई। इस प्रकार, उस नए जानवर ने उल्लू की मार्गदर्शन से बुद्धिमान बनने की पथ प्रशस्त की।

 

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि शिक्षा और ज्ञान की महत्वपूर्ण भूमिका है और हमें हमेशा सीखने के लिए खुले मन से रहना चाहिए। यह हमें यह भी सिखाती है कि हमें अपनी बुद्धिमानी का सदुपयोग करके ही आगे बढ़ सकते हैं।

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दोस्तों ऊपर आपने कुछ मजेदार छोटी कहानियां पढ़ी है उम्मीद है आपको पसंद आयी होगी और आपने इनसे सीख़ भी हासिल की होगी दोस्तों ऐसी ही मजेदार छोटी कहानियां पढ़ने के लिए मेरे ब्लॉग पर आते रहें धन्यवाद