hathi aur sher ki ladai
हाथी और शेर की लड़ाई

हाथी और शेर की लड़ाई

 

एक बार एक जंगल में शेर और हाथी थे और उनके बीच में बहुत ज्यादा दुश्मनी थी । शेर जंगल का राजा था और उसके पास कुछ भी करने के लिए बहुत सारी शक्तियां थीं।

 

हाथी और शेर की लड़ाई

 

शेर हाथी से नफरत करता था और उसे मार डालना चाहता था और जब भी जंहा भी शेर को हाथी को नीचा दिखाने का अवसर मिलता शेर हाथी को नीचा दिखाने से नहीं चुकता था और शेर जंगल की किसी भी बैठक में हाथी की नहीं बुलाता था ।

 

जंगल के सभी जानवर शेर के हाथी के साथ किये जाने वाले बर्ताव से बहुत परेशान थे क्योंकि जंगल के सभी जानवर जानते थे की हाथी बुहत ही शांत और अच्छा है और हाथी कभी भी किसी से बुरा बर्ताव नहीं करता था और जरुरत पड़ने पर जंगल के जानवरों के लिए अपनी जान तक कुर्बान करने के लिए तेयार रहता था ।

 

यहाँ तक की शेर के बुरे बर्ताव के बावजूद भी हाथी शेर के प्रति बहुत वफादार था और हमेशा शेर की इज्जत करता था ।

 

एक दिन शेर का बच्चा जंगल में घूम रहा था तभी एक बहुत बड़ा पेड़ उस पर गिर गया उसने उसे अपने ऊपर से हटाने का बहुत प्रयास किया लेकिन पेड़ बहुत बड़ा था । उसके बाद शेर का बच्चा जोर जोर से मदद के लिए चिल्लाने लगा ।

 

शेर के बच्चे की चीख सुनकर जंगल के सभी जानवर वंहा एकत्रित हो गये और उस पेड़ को उस पर से हटाने की कोशिश करने लगे लेकिन पेड़ बहुत भारी था इतने में शेर भी वंहा पर पहुँच गया उसने भी पेड़ को हटाने की कोशिश की लेकिन शेर भी पेड़ को हटाने में असफल रहा ।

 

हाथी और शेर की लड़ाई 


शेर के बच्चे को पेड़ के नीचे से निकालने का कोई रास्ता नहीं बचा था । शेर का बच्चा अब जोर जोर से चिल्लाने लगा अब उसका अंत आ गया था उसके प्राण निकलने वाले थे शेर भी कुछ नहीं कर पा रहा था ।

 

जब शेर के बच्चे की चीख हाथी ने सुनी तो वो तुरंत शेर के बच्चे को बचाने के लिए वंहा पर आ गया और अपनी पूरी शक्ति के साथ उसने उस बड़े पेड़ को शेर के बच्चे के ऊपर से हटा दिया । अब शेर के बच्चे की जान बच चुकी थी ।

 

शेर यह सब देख रहा था अब शेर जोर जोर से रोने लगा और उसने हाथी से कहा । हाथी मित्र मुझे माफ़ कर दो मेने हमेशा तुमसे नफरत की और आज तुमने ही मेरे बच्चे की जान बच्चाई, दोस्त वास्तव में तुम इस जंगल के राजा बनने के लायक हो, क्योंकि राजा हमेशा अपनी प्रजा से प्रेम करता है और उनकी रक्षा करता है । अब शेर और हाथी मित्र बन चुके थे ।

 

हाथी और शेर की लड़ाई

 

हाथी ने कहा – महाराज जंगल का राजा तो हमेशा शेर ही होता है और मेने कभी भी आपसे या जंगल के किसी भी जानवर से ईर्ष्या, नफरत नहीं की, में जंगल के सभी जानवरों से प्यार करता हु और आप से भी बहुत प्रेम करता हु ।

 

सीख :- कभी भी अपने दोस्त या किसी से भी नफरत न करें और अगर यदि कोई आपसे नफरत करता है, तो भी आप उससे नफरत के बजाय और अधिक से अधिक प्यार करें।

 

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