लालची कुत्ता की कहानी | बच्चों की छोटी हिंदी कहानियां |
लालची कुत्ता की कहानी | बच्चों की छोटी हिंदी कहानियां
एक बार एक कुत्ता था। उसे बहुत भूख लगी थी। वह भोजन की तलाश में इधर-उधर भटक रहा था ।
कई देर बाद उसे रोटी का एक टुकड़ा मिला। उसने रोटी का टुकड़ा उठाया और अपने घर जाने के लिए रवाना हो गया।
उसके घर के रास्ते में एक पुल था। जब उसने इसे पार करना शुरू किया तो उसने पानी में अपना प्रतिबिंब देखा।
कुत्ते ने सोचा कि पानी में रोटी के साथ कोई और कुत्ता है। वह उससे रोटी का टुकड़ा छीनना चाहता था।
लालची कुत्ता की कहानी | बच्चों की छोटी हिंदी कहानियां
इसलिए वह अपने प्रतिबिंब पर भौंकने लगा। जैसे ही उसने उस पर भौंकने के लिए अपना मुंह खोला, उसका अपना टुकड़ा पानी में गिर गया।
लालची कुत्ते ने अपने लालच के कारण अपनी रोटी खो दी।
नैतिक शिक्षा :- लालची बुरी बला है।
लालची कुत्ता की कहानी – 2
दोस्तों इस कहानी में हम लालची कुत्ते की कहानी से मिलने वाली नैतिक शिक्षा के साथ आप से साझा कर रहे हैं। यह कहानी बच्चों के लिए एक शिक्षाप्रद कहानी है, जो उन्हें विपत्ति के समय में धैर्य और समझ के साथ काम करना सिखाती है। लालची कुत्ते की यह कहानी एक पुरानी कहानी है और हमेशा से बच्चों के बीच लोकप्रिय रही है।
लालची कुत्ता की कहानी | बच्चों की छोटी हिंदी कहानियां |
एक गाँव में एक कुत्ता रहता था। वह हमेशा कुछ न कुछ खाने की तलाश में रहता था क्योंकि वह बहुत लालची था। वह हमेशा भोजन की तलाश में इधर-उधर भटकता रहता था ।
एक बार की बात है, वह हमेशा की तरह भोजन की तलाश में इधर-उधर भटक रहा था, लेकिन उसे कहीं भी भोजन नहीं मिला।
अंत में उसे एक होटल के बाहर हड्डी का एक टुकड़ा दिखाई दिया, उसने झट से उस टुकड़े को अपने मुंह में ले लिया और सोचा कि कहीं एकांत में जाकर खाने का मजा लेता हूँ ।
लालची कुत्ता की कहानी | बच्चों की छोटी हिंदी कहानियां
वह बहुत खुश हुआ और वह उसे अकेले बैठकर खाना चाहता था, इसलिए हड्डी का एक टुकड़ा लेकर वहां से जंगल की तरफ भाग गया। लेकिन वहां पर उसे कई और जानवर घूमते हुवे दिखाई दिए, वह वंहा पर भी अकेला नहीं था। इसलिए उसने सुनसान जगह की तलाश जारी रखी।
सुनसान जगह की तलाश करते हुए वह एक नदी के पास पहुंच गया।
नदी पर हवा चल रही थी। नदी के किनारे पर जाकर कुत्ते ने नदी में झाँका, तभी अचानक उसे नदी में अपनी परछाई दिखाई दी।
वह समझ नहीं पाया कि यह उसकी परछाई है, उसे लगा कि पानी में कोई और कुत्ता है, जिसके मुंह में भी हड्डी का टुकड़ा है।
उस लालची कुत्ते ने सोचा कि क्यों न उसका भी एक टुकड़ा ले लिया जाए। अगर उसे यह हड्डी का टुकड़ा भी मिल जाए तो खाने का मजा दुगना हो जाएगा।
लालची कुत्ता की कहानी | बच्चों की छोटी हिंदी कहानियां
वह उस छाया पर जोर-जोर से भौंकने लगा। उसके मुंह में दबा हुआ हड्डी का टुकड़ा भौंकने से नदी में गिर गया। अब उसने अपना हड्डी का टुकड़ा भी खो दिया।
तब उसे समझ में आया कि वह जिसे दूसरा कुत्ता समझ रहा था, वह उसकी अपनी परछाई है। अधिकता के लालच में उसके पास जो कुछ था उसे भी उसने खो दिया। अब उसे बहुत अफ़सोस हुआ और वह पीछे हट गया और वापस अपने घर आ गया।
लालची कुत्ते की कहानी की नैतिक शिक्षा :- लालच बुरी चीज है। लालच में न आएं दूसरों से चीजें छीन लेना बुरी बात है। लोभ हमारी खुशियों को छीन लेता है, इसलिए हमें अपनी मेहनत पर भरोसा करना चाहिए और मेहनत से जो कुछ भी हासिल होता है उसमें संतोष करना चाहिए। यदि हम लोभ या लालच करते हैं, तो हमें अपने स्वय की चीजों से भी हाथ धोने पड़ सकते हैं।