शेख चिल्ली की कहानी
शेख चिल्ली की कहानी


SHEKH CHILLI KI KAHANI- शेख चिल्ली की कहानी


शेख चिल्ली हमेशा अपने ख्यालों में मग्न रहता था। वह दिन में भी सपने देखता था। यही कारण था कि किसी ने उसे कभी कोई रोजगार नहीं दिया। वह किसी तरह अपना समय इधर-उधर बेकार में गुजारता था।
 

एक बार वह सड़क के किनारे की दीवार पर बैठा था, कि तेल का एक बड़ा बर्तन लेकर एक व्यापारी उसके पास आया और कहा, "क्या आप मेरे इस बर्तन को बाजार में ले जाएंगे, मैं आपको इस काम के लिए पांच रुपये दूंगा ।" शेख चिल्ली ने सौदे को लाभदायक पाया और सहमत हो गया।


उसने तेल का बर्तन उठाया और व्यापारी के साथ चल दिया। रास्ते में उसने सोचा, जब व्यापारी मुझे पाँच रुपये देगा, तो मैं उनसे अंडे खरीदूँगा। तब मैं उन अंडों से बच्चे निकाल लूंगा। उनमें से मुर्गियां निकल आएंगी। जब वे बढ़ेंगे, तो वे पूर्ण विकसित मुर्गियाँ और मुर्गे होंगे। वे अधिक अंडे देंगे।


 मैं उन सभी को पालूंगा, तब मेरे पास बहुत सारे मुर्गे होंगे। तब मैं उन सब को बेच दूंगा और बकरियों को खरीद लूंगा। बकरियाँ मेमनों को जन्म देंगी और तब मेरे पास बहुत सी बकरियाँ होंगी। तब मैं उन सबको बेच दूंगा और इसके बदले गाय खरीदूंगा। मैं गाय का दूध बेचूंगा और इस तरह बहुत सारा पैसा कमाऊंगा।

 

जब मैं अमीर हो जाऊंगा, तो शादी कर लूंगा। तब मेरे बच्चे होंगे। वे बढ़ेंगे और फिर मैं उन्हें स्कूलों में दाखिल कराऊंगा। लेकिन मैं उन्हें गरीब किसान नहीं बनने दूंगा। अगर उसने आइसक्रीम के लिए पैसे मांगे, तो मैं कहूंगा, “हैप्पी, नहीं, नहीं”।


जैसे ही सपने में खुद को व्यक्त करने के लिए, शेख चिल्ली ने सिर हिलाया, और तेल का बर्तन जमीन पर गिर गया और टूट गया। व्यापारी बहुत नाराज हुआ और कहा, "अरे मूर्ख, तुमने मुझे बहुत भारी नुकसान पहुंचाया है।" इस पर शेख चिल्ली ने उत्तर दिया, सर आपका तो तेल का घड़ा टूट गया है, जबकि मेरा पूरा पारिवारिक जीवन बिखर गया है।


शेख चिल्ली की कॉमेडी ,शेख चिल्ली कॉमेडी, शेखचिल्ली कॉमेडी ,shekh chilli comedy ,shekh chilli ki comedy, shekh chilli ki film,शेखचिल्ली की फिल्म,शेखचिल्ली की फिल्में,sheikh chilli ki comedy,shekh chilli ,शेखचिल्ली के चुटकुले   ,sheikh chilli ki kahani , sheikhchilli ki kahaniyan ,shekh chilli kahani,sheikh chilli stories