उल्लू की कहानी
उल्लू की कहानी
 

मजेदार उल्लू की कहानी


यह बच्चों के लिए सबसे अच्छी जंगल जानवरों की कहानियों में से एक है। एक बार जंगल में एक बड़ा क्रूर शेर था क्योंकि वह मजबूत था और हर दूसरे जानवर को तंग करता था।



शेर की वजह से जानवर अब शांति से नहीं रह सकते थे इसलिए उन्होंने एक बैठक करने का फैसला किया जहां वे शेर को परेशान करने से रोकने के लिए एक रास्ता खोज सकें।


उल्लू की कहानी


"हमें इस शेर से छुटकारा पाने की जरूरत है" एक खरगोश ने कहा "मुझे विश्वास है कि हमें अपने बीच एक चैंपियन खोजने और उसे सबक सिखाने की जरूरत है"।

 

जानवर दहाड़ते और ताली बजाते थे लेकिन बाघ ने बगल की तरफ देखा। हाथी ने सीटी बजाई और गैंडे ने अपनी किताब पढ़ना जारी रखा।


 उल्लू की कहानी



कोई भी जानवर स्वेच्छा से शेर से लड़ने के लिए आगे नही आया फिर  वहां एक उल्लू आया और कहा "चिंता मत करो मेरे दोस्तों मैं शेर से लड़ूंगा"।


 कुछ जानवर हंसे और कुछ को लगा कि उल्लू पागल है। लेकिन चूंकि किसी ने स्वेच्छा से स्वीकार नहीं किया था। यह बात फैल गई कि कल सुबह उल्लू लड़ाई के लिए अपनी मांद में शेर से मिलेगा।


उल्लू की कहानी


जब शेर ने खबर सुनी तो वह हंस हंस कर गिर पड़ा।


इसलिए अगले दिन सूर्योदय के समय शेर जाग रहा था और उल्लू की प्रतीक्षा कर रहा था, सभी जानवर भी वहाँ थे लेकिन उल्लू नहीं दिखा।

 

मिनट बीतते गए घंटे बीत गए और अभी भी उल्लू का कोई नामो  निशान नहीं था सूरज ढलने लगा था और सभी जानवर घर जाने लगे थे जब आखिरकार उल्लू दिखा|

 

"तुम इतनी देर क्यों कर रहे हो" शेर चिल्लाया। "आई एम सॉरी मिस्टर लायन" उल्लू ने कहा।

 

“लेकिन रास्ते में मैंने एक बहुत बड़ा शेर देखा और उससे बहुत डर गया। मुझे उसके सोने तक इंतजार करना पड़ा।“

 

शेर जो सुन रहा था उस पर विश्वास नहीं कर सका "एक मजबूत शेर जो मुझसे ज्यादा ताक़तवर हो ऐसा कैसे हो सकता है " उसने उल्लू को  तुरंत उस शेर के पास ले जाने के लिए कहा जिसकी उसने बात बताई  थी।

 

इसलिए उल्लू उसे पास के एक गहरे कुएँ में ले गया। और बोला  "पिछली बार जब मैंने उसे देखा तो वह अंदर चला गया"उल्लू ने कहा

 

शेर कुएं के अंदर देखता है  और जितनी जोर से दहाड़ सकता था, दहाड़ा

उसका अपना प्रतिबिंब उसकी तरह जोर से गर्जना करता था और प्रतिध्वनि

 से बड़ा हो जाता था उसकी दहाड़ की आवाज उसकी आवाज से पांच बार जोर से आती है|

 

बेवकूफ शेर समझा अंदर कोई दूसरा ताक़तवर शेर आ गया है और वो इतना डर ​​गया था कि वह इतनी तेजी से भागा जितना वो भाग सकता था उसे दुबारा फिर उस जंगल में नही देखा गया ।


 एक बार फिर उल्लू स्मार्ट साबित हुआ की “सिर्फ ताक़त से काम नही चलता दिमाग भी तेज होना चाहिए “.